नाम- चीकू, उम्र- डेढ़ साल, इनाम- 1 लाख... खो गया पालतू बिल्ला तो लग गए पोस्टर, Pet Insurance होता तो क्या मिलता फायदा?
पालतू पशु के खोने, चोरी होने, बीमार होने या उनकी सर्जरी, बीमारी और एक्सीडेंट वगैरह की स्थितियां भी सामने आ सकती हैं. यहां जानिए कि क्या पालतू पशु के गुमशुदा होने पर क्या उसके लिए रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है? इसके अलावा पशु बीमा (Pet Insurance) किन स्थितियों में मददगार हो सकता है?
नाम- चीकू, कलर- जिंजर, उम्र- डेढ़ साल और इनाम 1 लाख रुपए… ये जानकारी किसी शख्स की नहीं, बल्कि एक पालतू बिल्ले की है. नोएडा के एक कपल ने खोए हुए इस बिल्ले को लेकर शहर में बाकायदा पोस्टर चस्पा करवा दिया है, जिसमें बिल्ले की पहचान के साथ कॉन्टैक्ट डीटेल्स वगैरह भी शेयर की गई है. सोशल मीडिया पर ये तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.
पालतू पशु घर के मेंबर की तरह हो जाते हैं, इसलिए उनके खोने का दुख भी उसी तरह का होता है. आज के समय में तमाम लोग पेट्स को घर में पालते हैं, ऐसे में उनके खोने, चोरी होने, बीमार होने या उनकी सर्जरी, बीमारी और एक्सीडेंट वगैरह की स्थितियां भी सामने आ सकती हैं. यहां जानिए कि क्या पालतू पशु के गुमशुदा होने पर क्या उसके लिए रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है? इसके अलावा पशु बीमा (Pet Insurance) किन स्थितियों में मददगार हो सकता है?
चोरी होने पर दर्ज करा सकते हैं गुमशुदगी की रिपोर्ट
भारतीय संविधान में पालतू इंसानों की तरह जानवरों को भी जीने की आजादी दी गई है और उनकी सुरक्षा के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं. इन नियमों के तहत अगर आपका पालतू पशु अगर चोरी हो जाता है या कहीं खो जाता है, तो आप उसके लिए भी पुलिस स्टेशन में कानूनी रूप से गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज करा सकते हैं. इतना ही नहीं जानवरों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए भारत सरकार ने वर्ष 1972 में भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पारित किया था. बाद में इसमें संशोधन किया गया और इसका नाम भारतीय वन्य जीव संरक्षण (संशोधित) अधिनियम 2002 रखा दिया गया. इसमें दंड और और जुर्माना को और भी कठोर कर दिया गया है.
क्यों जरूरी है इंश्योरेंस
TRENDING NOW
6 शेयर तुरंत खरीद लें और इस शेयर को बेच दें; एक्सपर्ट ने निवेशकों को दी कमाई की स्ट्रैटेजी, नोट कर लें टारगेट और SL
इस कंपनी को मिला 2 लाख टन आलू सप्लाई का ऑर्डर, स्टॉक में लगा अपर सर्किट, 1 साल में 4975% दिया रिटर्न
अब बात करते हैं पालतू पशुओं के इंश्योरेंस की, तो आपको बता दें कि Pet Insurance तमाम स्थितियों में पालतू जानवरों के लिए कवच का काम करते हैं. इसमें जानवरों के खोने या चोरी होने, कोई बीमारी या एक्सीडेंट के कारण मृत्यु, ओपीडी, अस्पताल का खर्च और सर्जरी वगैरह को कवर किया जाता है. आप दो महीने से लेकर 10 साल तक के पशु का बीमा करवा सकते हैं.
कौन सी कंपनी पशु इंश्योरेंस करवाती हैं?
द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड और बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड जैसी कंपनियां पालतू पशु के लिए बीमा प्रोवाइड करवाती हैं. पालतू पशु की नस्ल, उम्र और साइज के आधार पर प्रीमियम राशि अलग-अलग हो सकती है. इसके अलावा पालतू पशु का स्वास्थ्य और आप जो सम इंश्योर्ड जो चुनते हैं, वो भी आपके इंश्योरेंस की लागत को प्रभावित करता है.
01:13 PM IST